
विसंगतिपूर्ण युक्तियुक्तकरण एवं अन्य मांगों को लेकर शिक्षक साझा मंच कांकेर में दिया धरना, निकली विशाल आक्रोश रैली।
कांकेर/ प्रदेश के मुख्यमंत्री शिक्षा विभाग के उच्च अधिकारियों एवं राज्यपाल के नाम सोपे ज्ञापन*
छत्तीसगढ़ के 23 शिक्षक संगठनो के “शिक्षक सांझा मंच छत्तीसगढ़” के प्रांतीय आह्वान पर आज कांकेर के बस स्टैंड के पास डोम में “शिक्षक साझा मंच छत्तीसगढ़ जिला कांकेर” के शिक्षकों ने एकदिवसीय धरना प्रदर्शन का आयोजन किया जिसमें साझा मंच कांकेर के सभी संचालकों ने हजारों की संख्या में उपस्थित शिक्षक साथियों को संबोधित करते हुए छत्तीसगढ़ शासन के विसंगतिपूर्ण युक्तियुक्तकरण के विभिन्न विसंगति अन्य मांगों के बारे अपने विचार और सरकार के प्रति अपने आक्रोश व्यक्त किया। छत्तीसगढ़ शासन स्कूल शिक्षा विभाग के विसंगतिपूर्ण युक्तियुक्तकरण के विसंगति को दूर कर 2008 के सेटअप का पालन करने की मांग के साथ पूर्व सेवा गणना कर पेंशन प्रदान करना, सोना साहू के प्रकरण के आधार पर क्रमोन्नति का जनरल आदेश करना, पदोन्नति में बीएड/डीएड दोनों को मान्य करने की मांगों दोहराये हैं और सरकार को खबरदार किए है कि इन मांगों को अगर अतिशीघ्र माना नहीं जाएगा तो यह आंदोलन रुकने वाली नहीं इसके पश्चात 13 जून को सभी संभागो में इसी प्रकार की धरना रैली का आयोजन किया जाएगा तथा 16 से नया शिक्षा सत्र का बहिष्कार किया जाएगा।
कांकेर में शिक्षक साझा मंच के प्रांतीय आह्वान पर 10 जून को नया बस स्टैंड से रैली निकाल कर 3 बजे मुख्यमंत्री,शिक्षा सचिव, डीपीआई के नाम कलेक्टर कांकेर की अनुपस्थिति में नायब तहसीलदार को ज्ञापन सौंपा गया। ज्ञापन सौंपने के बाद शिक्षक कलेक्टर से मिलने के लिए अड़े रहें,कलेक्टर के प्रतिनिधि के तौर पर उपस्थित नायब तहसीलदार ने ऊपर बात कर जब यह बताया की कलेक्टर स्वास्थ्य मंत्री के कार्यक्रम में गए हैँ रात 9 -10 बज जायेगा, संघ पदाधिकारी व सी ई ओ, डीईओ के साथ बैठक बाद में आयोजित करवाने के आश्वासन पर शिक्षक हटे, जिसमें जिले भर के सैकड़ो शिक्षक शामिल थे, रैली से पहले शिक्षको का धरना स्थल में जमकर नारे बाजी की गई जिसमें जिले में अतिशेष सूची में हुई वरिष्ठता सूची में गड़बड़ी, दिव्यांग को अतिशेष के रूप में शामिल करने, महिलाओ द्वारा असहमति देने के बावजूद बिहड क्षेत्र में पति-पत्नी प्रकरण का भी ख्याल नहीं रखते हुए 150 से 200 किलोमीटर दूर एक तरफा पदास्थापना आदेश का विरोध किया गया, कांकेर जिले के सभी विकासखंड में विषय चक्रीकरण गणना में अलग-अलग मापदंड अपनाते हुए अपने चहेतो को बचा लिया गया साझा मंच के पदाधिकारीयों ने कहा कि राज्य शासन के युक्ति युक्तकरण निर्देश में साफ-साफ बिंदु क्रमांक 6 में उल्लेखित है कि सीधी भर्ती द्वारा नवनियुक्त शिक्षकों को गणना में शामिल नहीं किया जाना था किंतु उनके शामिल किए जाने से पुराने शिक्षक अतिशेष हो गए जो की गंभीर लापरवाही है इसी कारण कांकेर जिले से 550 से अधिक शिक्षक अतिशेष हो रहे हैं अतएव त्रुटि करने वाले दोषी अधिकारियो के खिलाफ कार्यवाही करते हुए दोषपूर्ण सूची को निरस्त करने की मांग की गई भरने के दौरान 2008 के सेटअप को लागू करने हेतु वह सभी शिक्षकों का यथावत कार्य करने देने की मांग की गई
*मांगे* – 1. विसंगति पूर्ण युक्तियुक्तकरण निरस्त करने।
2. क्रमोन्नत वेतनमान का जनरल आर्डर जारी करने।
3. व्याख्याता पदोन्नति में डीएड प्रशिक्षित को पदोन्नति देने।
4. प्रथम सेवा अवधि की गणना कर पूर्ण पेंशन प्रदान करने।
शिक्षक साझा मंच ने कहा की प्राथमिक शाला में 5 कक्षा 2 शिक्षक व माध्यमिक शाला 18 पीरियड 4 शिक्षक कैसे पढ़ाएंगे ऐसे नियम बनाने व पालन कराने वाले अधिकारी अपने बच्चों को पढ़ाएंगे तब समझ आएगा? आज की रैली में शामिल महिला शिक्षीकाओं ने स्कुल शिक्षा विभाग द्वारा जारी युक्तियुक्त करण नीति के प्रति जमकर आक्रोश दिखा आजके रैली प्रदर्शन में प्रदेश सहसंचालक वाजिद खान, हेमेंद्र साहसी, राजेश शर्मा, जिला संचालक स्वदेश शुक्ला नंदकुमार अटभैया उत्तम सिन्हा, अमित राठौर, प्रकाश चंद्र कांगे, निरंकार श्रीवास्तव, नितेश उपाध्याय लक्ष्मीकांत साहू पंकज बाजपेई भोला प्रसाद ठाकुर,कृष्णेन्दू आईच, कमलेश साहू, रोमन जैन अंगद चक्रधारी, सतीश साहू, किशोर विश्वकर्मा, राजेंद्र खुर्श्याम, बोधन साहू, परिमल राय ,मनोज शांडिल्य, चिंतामणि यादव, बसंत लांजेवर, अमित सक्सेना, अहिल्या नाग ,प्रमिला दर्रो, रोहित जैन, प्रशांत मेश्राम, लक्ष्मी नेताम, माहेश्वरी यादव, बलविंदर कौर, पीमन सिन्हा, सहित सैकड़ो शिक्षक शामिल थे।