भानुप्रतापपुर/ रेलवे ओवर ब्रिज की बदहाली पर शिवसेना का फूटा गुस्सा, लोक निर्माण विभाग का पुतला दहन।

रेलवे ओवर ब्रिज की बदहाली पर शिवसेना का फूटा गुस्सा, लोक निर्माण विभाग का पुतला दहन।
भानुप्रतापपुर/ भानुप्रतापपुर-संबलपुर मार्ग स्थित रेलवे ओवर ब्रिज की बदहाल स्थिति को लेकर शिवसेना ने रविवार को बड़ा विरोध प्रदर्शन किया। ओवर ब्रिज के निर्माण के बाद से ही उसकी गुणवत्ता पर सवाल उठते रहे हैं। ब्रिज पर जगह-जगह बने बड़े-बड़े गड्ढों, जमा पानी, सफाई व्यवस्था के अभाव और लगातार हो रही दुर्घटनाओं के विरोध में शिवसेना ने लोक निर्माण विभाग का पुतला दहन किया।
शिवसेना ने आरोप लगाया कि ओवर ब्रिज का निर्माण घटिया स्तर पर किया गया, जिसके कारण निर्माण के तुरंत बाद ही यह जर्जर हो गया। पिछले कई वर्षों से इसकी मरम्मत के लिए बार-बार ज्ञापन दिए गए, लेकिन विभाग द्वारा केवल औपचारिकता निभाई गई। हाल ही में लोक निर्माण विभाग द्वारा गड्ढों को भरने के बजाय वहां बड़े-बड़े पत्थर डाल दिए गए, जिससे दुर्घटनाओं का खतरा और बढ़ गया है। ग्रामीणों और राहगीरों का कहना है कि अब ब्रिज पर से गुजरना और भी मुश्किल हो गया है। प्रदर्शनकारियों ने बताया कि प्रतिवर्ष ओवर ब्रिज के रखरखाव (मेंटेनेंस) के लिए टेंडर जारी किया जाता है, लेकिन वास्तव में कोई ठोस मरम्मत कार्य नहीं होता। उन्होंने विभाग पर लीपापोती कर जनता की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ करने का गंभीर आरोप लगाया।
रविवार को दोपहर 1 बजे शिवसेना कार्यकर्ताओं ने रेलवे ओवर ब्रिज पर जमकर नारेबाजी की और सांकेतिक रूप से लोक निर्माण विभाग का पुतला जलाया। शिवसेना नेताओं ने मीडिया के माध्यम से विभाग को चेतावनी दिया कि ओवर ब्रिज के गड्ढों की तुरंत मरम्मत कराई जाए। ब्रिज पर पानी निकासी और साफ-सफाई की व्यवस्था हो। ब्रिज पर लगे लाइटों की मरम्मत कर उन्हें पुनः चालू किया जाए। घटिया निर्माण कार्य की उच्चस्तरीय जांच कर दोषी ठेकेदार और अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई हो।
शिवसेना ने साफ कहा कि यदि जल्द ही ठोस कार्रवाई नहीं होती है, तो वे लोक निर्माण विभाग (सेतु निगम) के कांकेर कार्यालय का घेराव करेंगे। प्रदर्शन में बड़ी संख्या में शिवसेना कार्यकर्ता और आम नागरिक शामिल हुए और विभाग की लापरवाही पर जमकर नाराजगी जताई।