
क्रीड़ा अधिकारी संघ द्वारा मुख्यमंत्री एवं उच्च शिक्षा मंत्री से सौजन्य भेंट सौंपा ज्ञापन।
रायपुर/ छत्तीसगढ़ विधानसभा के मानसून सत्र के अंतिम दिवस, 18 जुलाई 2025 को सदन की कार्यवाही के उपरांत छत्तीसगढ़ क्रीड़ा अधिकारी संघ के प्रतिनिधिमंडल ने माननीय मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय जी, जो वर्तमान में उच्च शिक्षा मंत्री का दायित्व भी संभाल रहे हैं, से सौजन्य भेंट की। इस भेंट में उच्च शिक्षा विभाग अंतर्गत महाविद्यालयों एवं विश्वविद्यालयों में कार्यरत खेल अधिकारी एवं खेल संचालक सम्मिलित थे। प्रतिनिधिमंडल ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) 2020 के आलोक में शारीरिक शिक्षा एवं खेल विषय को राज्य के महाविद्यालयों एवं विश्वविद्यालयों में अनिवार्य रूप से लागू करने की मांग प्रस्तुत की। उन्होंने अवगत कराया कि उक्त नीति केंद्र सरकार द्वारा निर्धारित की गई है, जिसे देश के अनेक राज्यों में प्रभावी रूप से लागू किया जा चुका है, किंतु छत्तीसगढ़ राज्य में अब तक इस पर अमल नहीं हुआ है। प्रतिनिधियों ने यह भी आग्रह किया कि विद्यार्थियों के शारीरिक, मानसिक एवं सामाजिक विकास हेतु खेल गतिविधियों को बढ़ावा दिया जाए तथा महाविद्यालयीन एवं विश्वविद्यालयीन खिलाड़ियों को समुचित प्रोत्साहन प्रदान किया जाए। उन्होंने विशेष रूप से शारीरिक कल्याण शुल्क में वृद्धि की मांग की, जो पिछले 15 वर्षों से अपरिवर्तित है। वर्तमान शुल्क से खिलाड़ियों के खान-पान, खेल उपकरणों की व्यवस्था, प्रशिक्षण, ट्रैक सूट, यात्रा व्यय तथा विभिन्न प्रतियोगिताओं की तैयारियों में अनेक कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। प्रतिनिधिमंडल ने खेल अधोसंरचना, मैदानों के विकास, खेल छात्रावास की स्थापना जैसी आवश्यकताओं पर भी माननीय मंत्री का ध्यान आकृष्ट किया। माननीय मुख्यमंत्री एवं उच्च शिक्षा मंत्री श्री साय ने प्रतिनिधिमंडल की बातों को गंभीरता से सुना एवं सकारात्मक विचार करते हुए राज्य में खेल एवं शारीरिक शिक्षा को और अधिक सुदृढ़ करने हेतु आवश्यक पहल का आश्वासन दिया।। यह भेंट वार्ता राज्य में खेल संस्कृति को बढ़ावा देने तथा खिलाड़ियों को समुचित संसाधन एवं सम्मान प्रदान करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल साबित होगी। प्रतिनिधिमंडल में संघ के अध्यक्ष डॉ. बसंत अंचल, सचिव डॉ. मन्नालाल नंदेश्वर, संरक्षक डॉ. दिनेश कुमार नामदेव (खेल संचालक, हेमचंद यादव विश्वविद्यालय), वरिष्ठ क्रीड़ा अधिकारी मुकेश कुमार घोरे, कोषाध्यक्ष महेंद्र रजक तथा सहसचिव मोरध्वज सोनवानी शामिल रहे।