
एक पेड़ मां के नाम बाकी पेड़ क्या अडानी के नाम, वृक्षारोपण कार्यक्रम महज दिखावा: अनूप नाग
अंतागढ़/ पूर्व विधायक अनूप नाग ने भाजपा पर पर्यारण संरक्षण के नाम पर दिखवा और ढोंग करने का आरोप लगाया है। अनूप नाग ने कहा कि भाजपा की सरकार एक बहुत ही महत्वपूर्ण कार्ययोजना (एक पेड़ मां के नाम) लाकर स्कूलों के प्रांगण सार्वजनिक एवं शासकीय एवं खली जगहों पर वृक्षारोपण जनप्रतिनिधियों के द्वारा कराए जा रहे है परन्तु अंतागढ़ के स्वामी आत्मानंद स्कूल प्रांगण में हमारे शासनकाल में स्कूल प्रशासन एवं स्थानीय जनप्रतिनिधियों की उपस्थिति में फलदार एवं छाया देने वाली वृक्षारोपण फल एवं दुषित हवा रोकने के लिए लगाए गए थे किन्तु उन बढ़ चुके वृक्षों को भाजपा सरकार के लोगो के द्वारा वृक्षों को उखाड़ फेंककर अपन चहेते को ठेका देकर उस स्थान पर निर्माण कार्य करने उकृत्त किया जा रहा है। क्या स्थानीय निर्वाचित जनप्रतिनिधी एवं प्रशासन इस ओर ध्यान देकर दुषित होने वाली आबो हवा एवं स्कूल परिसर में वृक्षारोपण किए गए पर निर्माण कार्य को रोकेंगे ?
इसी प्रकार हसदेव के जंगल जहां से कोयला खनन कार्य हेतू हजारों हेक्टेयर में लगे वृक्षों को तथा रायगढ़ जिला के मुंडागांव (तमनार तहसील) अडानी के द्वारा लाखों वृक्षों को रातो रात आधुनिक मशीनों से कटवा दिया गया। क्षेत्र की जनता विशेष कर आदिवासी समुदाय एवं हमारी कांग्रेस पार्टी के द्वारा हड़ताल आंदोलन व चक्काजाम किया गया ये आदिवासीयों का हितैषी कहने वाले भाजपा की सरकार ने लाठी डंडे चलाकर प्रताणित किया जा रहा है।
अनूप नाग ने कहा कि बस्तर संभाग में अथाह खनिज संसाधन है आज वहीं खनिज संसाधन हम बस्तर वासियों के लिए अभिशाप बनता जा रहा है। जल जंगल जमीन से जुड़े आदिवासियों के उनके जंगलों से भगाया जा रहा है तथा विकास के नाम पर उनकी संस्कृतियों पर हमला किया जा रहा है। बस्तर संभाग में पांचवी अनुसूची लागू होने के बावजूद उनके विकास पर कोई ध्यान शासन द्वारा नहीं दिया जा रहा है।
अनूप नाग ने कहा कि भाजपा सरकार में बैठे जिम्मेदार लोग बता दें कि अंतागढ़ विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत चारगांव एवं रावघाट के लाखों की संख्या मे वृक्ष काटे गए। नियमानुसार चार गुना वृक्षारोपण प्रभावित क्षेत्र के आसपास पर्यावरण बनाए रखने के लिए वृक्षारोपण किए जाने होते है परन्तु क्षेत्रीय जनता को क्षेत्र का विकास एवं बेरोजगारों को रोजगार देने के नाम से वृक्ष काटे गए एवं खदान प्रारंभ कर दिए गए। यदि यह तथ्य सत्य से परे है तो भाजपा के कोई जनप्रतिनिधी खनिज क्षेत्र मे वृक्षारोपण किए गए जगह को दिखाने का साहस करें तो मैं उनके साथ क्षेत्र की जनता के साथ चलने देखने के लिए तैयार हूं। भाजपा सिर्फ राजनिति करती है उसे न तो जनता की परवाह है और न ही आदिवासी समुदाय की और न ही पर्यावरण की यदि चिंता है तो सिर्फ अडानी और अंबानी की विकास की है तथा बस्तर के भाले भाले आदिवासियों को गुलाम बनाने का सडयंत्र कर रही है।
अभी हाल में ही अंतागढ़ से नारायणपुर जाने वाली मुख्य सड़क निर्माण एवं चौड़ीकरण हजारों क्षेत्रवासी शीघ्र निर्माण हेतू धरना चक्काजाम किए थे जहां स्थानीय जिला प्रशासन के अधिकारी एवं जनप्रतिनिधियों के वार्ता के परिणाम स्वरूप प्रशासन द्वारा 3 दिन के अंदर सड़क के गढ्ढे के निर्माण एवं भारी वाहनों का आवागमन हेतू निर्धारित रोड से किए जाने की लिखित आश्वासन दिए जाने के बावजूद मरम्मत कार्य नहीं हो रहे है तथा रोड चौड़ीकरण के तहत करीब 4 से 5 हजार वृक्षों की कटाई होने पश्चात् उसके एवज में कर्वधा जिला के बेमेतरा क्षेत्र में वृक्षारोपण किए जाने की बात को नहीं बताया गया। भोली भाली जनता को शासन हमेशा गुमराह करते आ रही है। यदि प्रभावित रोड के वृक्षों को स्थानीय बेरोजगारों के द्वारा कटाए जाते एवं इसी क्षेत्र में वृक्षारोपण किए जाते तो रोजगार भी मिलता और पर्यावरण मे भी सुधार होता।
अनूप नाग ने कहा कि क्षेत्र की जनता को गुमराह करना ये भाजपा की सरकार एवं रावघाट, बी.एस.पी. प्रबंधन बंद करें विकास के कार्य तथा बेरोजगारों को रोजगार देने का काम करें। रेल्वे एवं बी.एस.पी. तथा खदान प्रभावित क्षेत्र की जनता अपने हक अधिकार नहीं मिलने से गुस्से में है। भविष्य में कभी भी जल जंगल जमीन को लेकर आक्रमक आंदोलन हो सकती है जिसकी जवाबदारी शासन प्रशासन की होगी।