भानुप्रतापपुर/ सीसी रोड के ऊपर चादर की तरह बिछाई डामर, गुणवत्ता ऐसी की हाथ पैरो से ही उखड़ने लगी।

सीसी रोड के ऊपर चादर की तरह बिछाई डामर, गुणवत्ता ऐसी की हाथ पैरो से ही उखड़ने लगी।
भानुप्रतापपुर। नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में सरकार पानी की तरह पैसा बहाकर सड़कें बनवा रही है, ताकि गांवों तक विकास की लहर पहुंचे और नक्सलवाद खत्म हो सके। लेकिन नक्सल इलाकों में बन रहीं सड़कें भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ रहीं हैं। गुणवत्ताहीन काम की वजह से नक्सल इलाकों की सड़कें निर्माण के पहले ही खराब होती जा रही है। आमाबेड़ा से चंगोड़ी सड़क का निर्माण प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना कांकेर के द्वारा किया जा रहा है। इसकी गुणवत्ता इतनी ख़राब है कि जमीन से डामर चादर की तरह उखड़ रही है। ग्रामीणों की शिकायत के बाद विभाग ने सड़क को उखाड़ कर दुबारा बनाने का आश्वासन दिया है, लेकिन बारिश लगने कि बाद यह काम पूर्ण होना संभव नहीं है। इसी का फायदा उठाकर अधिकारी और ठेकेदार इसी घटिया काम को लीपापोती कर पूर्ण करने में लगे हुए है।
जिले के सर्वाधिक नक्सल प्रभावित क्षेत्र आमाबेड़ा, कोयलीबेड़ा व अन्तागढ़ के अंदरूनी क्षेत्रों के निर्माणाधीन सड़कों की गुणवत्ता पर मनमानी हो रही है। नक्सल प्रभावित क्षेत्र में निर्माणाधीन सड़कों के गुणवत्ता बिल्कुल भी नहीं हैं। आमाबेड़ा से चंगोड़ी सड़क जो बेहद खराब है निर्माण के कुछ दिनों में ही सड़क पूरी तरह से जर्जर हो गया है और जगह जगह से उखड़ रही हैं। अधीक्षण अभियंता कांकेर द्वारिका प्रसाद भुआर्य के द्वारा कार्यपालक अभियंता कांकेर को पूरी सड़क की जांचकर उखाड़ने के लिए बोला गया है लेकिन विभाग द्वारा खानापूर्ति के लिए कुछ ही जगह सड़क को खोदा गया है, जबकि पूरी सड़क बेहद ही खराब है। ग्रामीणों द्वारा विरोध किया जा रहा है कि जबतक पूरी सड़क को उखाड़ा नहीं जाता निर्माण नहीं होने देंगे।
अंदुरूनी क्षेत्र के सड़क निर्माण के समय में विभाग के इंजीनियर सही तरीके से मोनेटरिंग नहीं करते हैं ठेकेदार के भरोसे सड़क को छोड़ दिया जाता है जिस कारण ठेकेदार द्वारा मनमानी करते हुए गुडवत्ताहीन सामग्री व जले डामर को सड़क में बिछाया गया है। जिस कारण पूरी सड़क हाथ से ही उखड़ रहा है।
हाथ पैर से कुरेदने पर उखड़ रही सड़क
विभाग के अधिकारी डामरीकरण के समय में मौके पर उपस्थित नहीं रहते हैं जिसका पूरा फायदा ठेकेदार उठा रहा है। जिस कारण पूरी सड़क में जला हुआ डामर व ठंडा डामर को बिछाया गया है। जिस कारण हाथ पैरों से कुरेदने पर ही डामर उखड़ रही हैं। ग्रामीणों के विरोध के बाद खानापूर्ति के लिए विभाग द्वारा कुछ जगह सड़क को उखाड़ा गया है जबकि पूरी सड़क पूरी तरफ से खराब है। जांच में आये विभाग के अधिकारी ठेकेदार का सपोर्ट करते हैं। ठेकेदार के नाकामियों को छुपा रहे हैं। आखरी क्यों नहीं छुपायेंगे इसी के लिए ठेकेदार द्वारा विभाग के अधिकारियों को चुप रहने व नाकामियों को छुपाने के लिए मोटी कमीशन जो दिया जाता हैं।

कोयलीबेड़ा व आमाबेड़ा क्षेत्र के सड़कों का हुआ बुरा हाल
घोर नक्सल प्रभावित कोयलीबेड़ा व आमाबेड़ा क्षेत्र के सड़को का निर्माण करना जवानों के बिना नामुमकिन है। लोक निर्माण विभाग व प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के सड़कों का निर्माण के दौरान सुरक्षा में लगे कई जवानों की शहादत हुई हैं लेकिन यह सड़क भी पूरी तरह से भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ रहे है। जगह-जगह डामर उखड़ने लगे और सड़क पर बड़े-बड़े गड्ढे हो गए हैं। मेंटेनेंस के अभाव में यहां वाहन तो दूर पैदल चलना भी दूभर हो गया है।रहवासियों ने सड़क की हालत पर कहा कि ये प्रशासन द्वारा शहीदों का अपमान है। अंदरूनी इलाकों में ऐसे कई सड़के हैं, जो पूरी तरह से उखड़ गई हैं। इस वजह से इन क्षेत्र वासियों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। वहीं ठेकेदार द्वारा सड़क की मरम्मत व निर्माण के नाम पर लीपापोती की जाती हैं, कुल मिलाकर नक्सल प्रभावित जिलों में विकास कार्य के नाम पर गुणवत्ता विहीन सड़कों के निर्माण से सभी सड़कें जर्जर हो चुकी हैं।
गुणवत्ताहीन सड़क देखकर कांग्रेस जिलाध्यक्ष हुई नाराज
कांग्रेस कमेटी जिला अध्यक्ष सुभद्रा सलाम ने आमाबेड़ा से चंगोड़ी सड़क निर्माण में हुए अनियमितता को लेकर पीएमजीएसवाई के कार्यपालन अभियंता कांकेर डीकेस कोमा पर बरस पड़े और ठेकेदारों की दलाली का आरोप लगाया। अपलोग निर्माण कार्यों को कभी झांकने तक नहीं आते हो ईसलिये सरकार के पैसे बर्बाद हो रहे है। सड़क निर्माण के नाम पर, इन तरह की लापरवाही बर्दास्त नहीं होंगी। अन्तागढ़ ब्लॉक में जितने भी सड़क बनाये हो सब सड़क उखड़ रही हैं। उसके बाद भी ठेकेदार का पक्ष ले रहे हो। इस सड़क को पूरा उखाड़ कर दुबारा बनाने की माँग की अन्यथा कार्यालय का घेराव करने की चेतावनी दी।