
पखांजूर से श्रीदाम ढाली की रिपोर्ट
डीएपी खाद की दावत को लेकर पखांजूर में कांग्रेस का धरना प्रदर्शन, किसानों की समस्याओं को लेकर उठी आवाज।
पखांजूर, 25 जून 2025/ परलकोट (पखांजूर) क्षेत्र के किसान इन दिनों भारी संकट से जूझ रहे हैं। धान की फसल के लिए आवश्यक डीएपी खाद क्षेत्र के किसी भी आदिम जाति सेवा सहकारी इकाई (लैम्पस) में उपलब्ध नहीं है, इस कारण किसानों को मजबूरन खुले बाजार से खाद खरीदनी पड़ रही है। चिंता की बात यह है कि बाजार में नकली खादी धड़ल्ले से रिव्यू जारी किया जा रहा है, जिससे किसानों में भय और सुरक्षा का माहौल है। इस गंभीर मुद्दे के विरोध में प्रदेश कांग्रेस समिति एवं जिला कांग्रेस समिति के निर्देशानुसार पखांजूर ब्लॉक कांग्रेस समिति के नेतृत्व में 25 जून, रविवार को पखांजूर लैम्पस कार्यालय के सामने एकदिवसीय हड़ताल कर सरकार के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया गया। इस दौरान बड़ी संख्या में किसान और कांग्रेस कार्यकर्ता मौजूद रहे।

इस कंपनी के ब्लॉक अध्यक्ष इंद्रजीत ने कहा कि यह बेहद मूल्यवान बात है कि जिस सरकार ने किसानों के कल्याण के लिए बड़े-बड़े वादे किए थे, आज उसी सरकार में किसान डीएपी जैसी वस्तुओं के लिए भटक रहे हैं। लैम्पस में खादी नहीं है, लेकिन बाजार में मार्केट में मनमाने उत्पाद पर रिव्यू जा रही है। यह सीधा-सीधा कालाबाजारी का मामला है, जिस पर सरकार की शैल संदेहास्पद है। सरकार की कृषि नीति पूरी तरह से फेल साबित हो रही है। यह प्रशासन की शब्दावली और भाषणों की लिपि का परिणाम है। किसान कांग्रेस की लड़ाई सड़क से लेकर सदन तक लड़ेगी।
पूर्व विधायक रूपसिंह पोटाई ने कहा कि डीएपी खाद जैसी जरूरी वस्तु समय पर नहीं मिलती, यह बात प्रमाणित है कि सरकार से किसानों को कोई चिंता नहीं है। किसान ठगे जा रहे हैं, खुले बाजार में नकली खाद बिक रहे हैं और प्रशासन चुप है। यह किसानों के साथ अन्याय है, जिसे कांग्रेस कभी बर्दाश्त नहीं करेगी। यदि किसानों को नकली सुविधाएँ मिलती हैं, तो उनकी फसलें बर्बाद हो जाती हैं और वे कर्ज के बोझ में डूब जाते हैं।
नगर पंचायत पंचायत राजदीप ने कहा कि किसानों को उनके हक से बेचा जा रहा है। लैम्पस में खाद नहीं है और बाजार में मुनाफाखोरी हो रही है। अब समय आ गया है कि किसानों की आवाज को प्रदर्शनी से उठाया जाए। यदि शीघ्र समाधान नहीं हुआ तो आंदोलन और तेज किया जाएगा।
कांग्रेस ने सरकार से मांग की है कि वह प्लांट डीपीपी खाद की आपूर्ति सुनिश्चित करे, खुले बाजार में हो रही कालाबाजारी पर रोक लगाए और नकली खाद बनाने वालों पर कठोर कानूनी कार्रवाई करे। उन्होंने यह भी चेतावनी दी है कि अगर एक दिन में किसानों की समस्याओं का समाधान नहीं हुआ तो कांग्रेस पार्टी किसान मिलकर बड़ा आंदोलन करेंगे।
स्ट्राइक प्रदर्शन सामुलैटिन और सहयोग कर रहा था, लेकिन इसमें किसानों का साफा स्पष्ट रूप से झलक रहा था। कांग्रेस ने यह भी स्पष्ट किया कि वह किसानों की हर लड़ाई में उनके साथ मिलकर काम करेंगे।
लैंपस में डीएपी की दुकान, बाजार में मनमाने दाम।
किसान भुवन बड़ाई, रामसिंह के अनुसार, परलकोट क्षेत्र के सभी आदिम जाति सेवा सहकारी समिति (लैम्पस) में डीएपी खाद उपलब्ध नहीं है। ऐसे समय में हो रहा है जब डेमोक्रेट्स के लिए किसानों को डीएपी की सख्ती की जरूरत है। ज़बरदस्ती में, किसान खुले बाज़ार का रुख कर रहे हैं, जहाँ उन्हें डीप की ज़रूरतों के लिए मजबूर किया जा रहा है। किसानों का कहना है कि खुले बाजार में डीएपी लैंपस की निर्धारित कीमत काफी अधिक है, जिससे उनकी लागत बढ़ रही है और मुनाफा कम हो रहा है।
नकली खादी का ख़तरा, किसानों में डर का राक्षस
डीएपी की कमी सामने आई और सरकारी दाम की मार झेल रहे किसानों के लिए एक और बड़ा संकट सामने आया – खुले बाजार में नकली खाद की बिक्री। किसानों को जानकारी मिल रही है कि बाजार में धड़ल्ले से नकली डीएपी खाद तैयार की जा रही है, जिससे फसल को नुकसान हो सकता है। इससे किसानों में भारी डर का माहौल है। वे असली और नकली खाद के अंतर के बीच कर पाने में अक्षम हैं और उन्हें अपनी मेहनत और भाग्य के टूटने का खतरा बना हुआ है।